शनिवार, 9 अगस्त 2014

रक्षा बंधन

राखी नहीं है रेशम धागा,
इसमें कितना प्यार भरा है।
बचपन की मीठी यादों का
पूरा इक संसार भरा है।

बहन भाई का प्यारा रिश्ता,
करता है सुदृढ रक्षा बंधन।
कितने भी वे दूर हों चाहे,
आता याद प्यार का बंधन।

बंधा रहे रेशम डोरी में,
भाई बहन का प्यार सदा ही।
खुशियाँ बरसें भाई के घर में,
करे कामना बहन सदा ही।

राखी के एक एक धागे में,
निश्छल प्यार बहन का बसता।
भाई बहन का प्रेम अमर हो,
रक्षा बंधन त्यौहार है कहता।

**रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें**

....कैलाश शर्मा 

17 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर पावन भाव .... हार्दिक शुभकामनायें ....

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  2. रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें । बहुत सुंदर वाह :)

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  3. वाह्ह्ह बहुत सुंदर भाव
    रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें
    सादर

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  4. बहुत सुन्दर ......सादर नमस्ते भैया
    शुभ कामनाएं आप सभी को “”रक्षा-बंधन”” त्योहार की ..

    कवच राखी
    रिश्ता भाई बहन
    स्नेह बंधन| सविता मिश्रा...

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  5. वाह ... बहुरत ही सुन्दर मन को छूती ... भानाओं से सरोबर रचना ...
    रक्षाबंधन की शुभकामनायें ..

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  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (11-08-2014) को "प्यार का बन्धन: रक्षाबन्धन" :चर्चा मंच :चर्चा अंक:1702 पर भी होगी।
    --
    भाई-बहन के पवित्र प्रेम के प्रतीक
    पावन रक्षाबन्धन पर्व की
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  7. बहुत सुन्दर .......रक्षाबंधन की कविता मैं ढूंढ़ते यहाँ पहुंचा धन्यवाद!

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  8. बहुत सुंदर भाव, बधाई आपको शर्माजी
    नवाकार

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  9. रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें

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  10. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    रक्षाबंधन की शुभकामनाएँ !

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